रीवा – कमिश्नर कार्यालय सभागार में गूगल मीट के माध्यम से आयोजित बैठक में रीवा संभाग के कमिश्नर गोपाल चन्द्र डाड ने पेयजल व्यवस्था की समीक्षा की। कमिश्नर ने कहा कि रीवा संभाग सबसे कम औसत वर्षा वाला संभाग है। संभाग के सभी जिलों में भूजल स्तर में तेजी से गिरावट हो रही है। तापमान बढ़ने और जल स्तर घटने से कुछ स्थानों में पेयजल का संकट हो सकता है। सभी कलेक्टर हर बसाहट में 30 जून तक पेयजल आपूर्ति की कार्ययोजना तत्काल बनाकर प्रस्तुत करें। आवश्यक होने पर इसमें पेयजल परिवहन की मांग को भी शामिल करें। हैण्डपंपों में राइजर पाइप बढ़ाने तथा बिगड़े हैण्डपंपों के सुधार की प्रतिदिन समीक्षा करें। कलेक्टर साप्ताहिक टीएल बैठक में पेयजल आपूर्ति की अनिवार्य रूप से समीक्षा करें। हमें हर बसाहट में हर हाल में पेयजल उपलब्ध कराना है।
कमिश्नर ने कहा कि अधीक्षण यंत्री पीएचई सभी जिलों के लिए आवश्यक हैण्डपंप के राइजर पाइप का प्रस्ताव दो दिवस में शासन को प्रेषित करें। जहाँ आवश्यक हो वहाँ हैण्डपंपों में सिंगल फेज के मोटर तत्काल लगवाएं। सभी विकासखण्ड मुख्यालयों में हैण्डपंपों के सुधार के लिए आवश्यक उपकरणों के साथ टीम तैनात रखें।
जिला और विकासखण्ड स्तर पर पेयजल व्यवस्था की निगरानी के लिए कंट्रोल रूम बनाएं। इसमें प्राप्त सूचना पर तत्परता से कार्यवाही करें। संभाग के तीनों नगर निगमों में पेयजल के स्रोत पर्याप्त हैं। आयुक्त नगर निगम पेयजल की आपूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित करें। मैहर, अमरपाटन तथा रामनगर नगर परिषदों में एक दिन के अंतराल से पानी दिया जा रहा है। इन नगर परिषदों में जहाँ आवश्यक हो वहाँ टैंकरों से पानी की आपूर्ति कराएं।
बैठक में कमिश्नर ने कहा कि गत वर्ष संभाग के सभी जिलों में 30 अप्रैल को भूजल का जो स्तर था इस वर्ष वह लगभग 10 मीटर नीचे है। बाणसागर बांध से रीवा और सतना जिले के कई क्षेत्रों को पानी की आपूर्ति होती है। नहरों के माध्यम से दिए जा रहे पानी के वितरण की व्यवस्था सुनिश्चित रखें। बैठक में कमिश्नर ने कहा कि सभी कलेक्टर पाँच जनवरी और 12 फरवरी को आयोजित संभागीय समीक्षा बैठकों में लिए गए निर्णयों का पालन प्रतिवेदन एक मई को शाम 5 बजे तक दर्ज कराएं। जिला स्तर के बिन्दु कलेक्टर लॉगिन से तथा संभाग स्तरीय बिन्दु कमिश्नर लॉगिन से पोर्टल पर दर्ज होंगे। इस कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता दें।
बैठक में वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से कलेक्टर रीवा श्रीमती प्रतिभा पाल, कलेक्टर सतना अनुराग वर्मा, कलेक्टर मैहर रानी बाटड, कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव, कलेक्टर सीधी स्वरोचिष सोमवंशी, कलेक्टर सिंगरौली चन्द्रशेखर शुक्ला, नगर निगमों के आयुक्त, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तथा पीएचई के कार्यपालन यंत्री शामिल हुए। कमिश्नर कार्यालय से अधीक्षण यंत्री पीएचई एसएल धुर्वे, उपायुक्त दयाशंकर सिंह तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।