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रीवा रंग महोत्सव 2023: “कलाकारों की कलाधर्मिता से सांस्कृतिक निरन्तरता अक्षुण्य बनी है”- राजेन्द्र शुक्ल ।

रीवा रंग महोत्सव 2023: भारतीय कला एवं संस्कृति में सत्य, अहिंसा, करुणा, समन्वय के साथ सर्वधर्म संभाव के तत्त्व विद्यमान हैं । इन्हीं तत्वों की शक्ति के कारण, अनेक बाधाओं का सामना करते हुए भी, हमारी कला एवं संस्कृति की निरन्तरता अक्षुण्ण बनी हुई है। इसी कड़ी में कला एवं संस्कृति के संरक्षण तथा संवर्धन हेतु रीवा रंग महोत्सव की परिकल्पना प्रयास रंग समूह के द्वारा की गई है । संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार एवं जिला प्रशासन रीवा के सहयोग से, रीवा रंग महोत्सव 2023 का आयोजन प्रयास रंग समूह द्वारा कृष्णा राज कपूर ऑडिटोरियम रीवा में किया जा रहा है । आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत पाँच दिवसीय रीवा रंग महोत्सव अपने पूरे रंग बिखेर रहा है ।

आयोजन के चौथे दिन गुरुवार को “दुविधा” नाटक की प्रस्तुति हुई । शुरुआत दीप प्रज्वलन के साथ शुरुआत हुई । आयोजन में मुख्य अतिथि राजेन्द्र शुक्ल,(पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं विधायक रीवा) मौजूद थे । अन्य आमंत्रित अतिथि में जयराम शुक्ल, अशोक सिंह, एल.एम.सिंह,विभू सूरी, अरुणा सिंह, ज्योत्सना सिंह, अनलपाल सिंह, सहित गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे ।

रीवा रंग महोत्सव में चतुर्थ दिवस लोकरंग समिति सतना द्वारा तैयार नाटक “दुविधा” का मंचन हुआ । विजयदान देथा की कहानी का नाट्यलेखन तथा निर्देशन सविता दाहिया ने किया।

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रीवा रंग महोत्सव के अवसर पर अपना सन्देश देते हुए पूर्व कैबिनेट मंत्री म.प्र.शासन एवं विधायक रीवा राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि, कला आत्मिक शान्ति के स्त्रोत रूप में स्थापित है । इसी कला एवं साहित्य के समिश्रण से कलाकार सुनहरी इन्द्रधनुषीय आत्मा के द्वारा, अपने स्वप्निल विचारों को साकार रूप देने का प्रयास करता है । रीवा रंग महोत्सव में आकर मुझे अविस्मरणीय अनुभूति हो रही है । हो भी क्यों न, यह महोत्सव हीरेन्द्र सिंह की कठिन साधना एवं तपस्या का मूर्त परिणाम जो है । मुझे आज भी याद है कि आज से लगभग 35 से 40 वर्ष पहले संसाधनों के आभाव में भी हीरेन्द्र सिंह किस तरह कला बीज रोपित कर उनको सिंचित करने के लिए सक्रिय रहे। आज रीवा रंगमंच अपने नए कलेवर में है । इस सबके पीछे प्रयास रंग समूह और उसके संस्थापक हीरेन्द्र सिंह की मेहनत को सदैव याद रखा जाएगा ।

रंगधूलि सम्मान-:

रीवा रंग महोत्सव में चतुर्थ दिवस विभिन्न क्षेत्र में विशिष्ट कार्य हेतु रंगधूलि सम्मान प्रदान किया गया जिसमें सत्येंद्र सेंगर, राजेन्द्र सक्सेना, हरीश धवन, मणिमाला सिंह, सविता दाहिया, देवेन्द्र सिंह को यह सम्मान रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ल के हाथों प्रदान किया गया । सम्मान समारोह के क्रम में ही प्रयास रंग समूह के संस्थापक हीरेन्द्र सिंह ने संस्था की ओर से पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं रीवा विधायक राजेन्द्र शुक्ल को तथा समाज सेवी विभू सूरी का सम्मान किया गया ।


लोक रंग की “दुविधा”-:

मनुष्य के पास जो है, उससे इतर कुछ और पाने तथा पाए हुए के खो जाने की दुविधा का सामना अधिकांश जन को करना पड़ता है । सविता दहिया के निर्देशन में लोकरंग सतना की नाट्य प्रस्तुति “दुविधा” भी उपरोक्त वाक्य को मंच पर प्रस्तुत करती है । मंच पर भूत का चरित्र अभिनय कर रहे द्वारिका दहिया ने कमाल का अभिनय किया है । द्वारिका दहिया राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय दिल्ली से प्रशिक्षित कलाकार भी हैं । हर्षवर्धन सिंह ने सूत्रधार के चरित्र अभिनय तथा सहयोगी विभिन्न पक्षों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया । कलाकारों का अभिनय तथा मंच परिकल्पना को देख सविता दहिया के निर्देशन कि तारीफ करना लाज़मी हो जाता है । यदि यह कहें कि मूल रूप से कहानी के हर पात्र की अपनी पृथक कहानी है, उसका खुद का संशय उसे दुविधा में डाल रखा है । जिस कारण उनके जीवन में भारी उथल पुथल है । प्रयास रंग समूह द्वारा आयोजित रीवा रंग महोत्सव के चौथी शाम की यह प्रस्तुति देख दर्शक रोमांचित रहे । दर्शकों के तालियों की गड़गड़ाहट से नाट्य प्रस्तुति के लिए उनके समर्थन का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता था ।

पात्र परिचय-:

मंच पर-: सूत्रधार एक-हर्ष वर्धन सिंह परिहार,सूत्रधार दो-सुमित पाठक,जत्ना सेठ-कृष्ण कांत गुप्ता, रत्ना सेठ-शिवा गुप्ता,भूत-द्वारिका दहिया,लक्ष्मी-अनामिका दहिया,अम्मा-पूजा सिंह,गड़रिया-राम बहादुर दहिया,पंडित जी-अखिलेश दहिया,मुखिया जी-सुरेंद्र चौधरी, लक्ष्मी की अम्मा-श्रेया,लक्ष्मी के बाबा-सुमित पाठक,नीरज(रत्ना का दोस्त)-अखिलेश, कोरस-श्रेया,साक्षी,हर्षिता, सुमित,अखिलेश, सुरेंद्र।

मंच परे-:

च प्रबंधक-हर्षवर्धन सिंह । सेट डिजाइन-द्वारिका दहिया । मंच सामग्री-शिवा गुप्ता । वस्त्र विन्यास-ममता सिंह ।रूप सज्जा-पूजा सिंह । प्रकाश परिकल्पना-अनिल बर्मन । हारमोनियम/ऑर्गन-अमन चौधरी । तबला/ढोलक-दिव्यांश दाहिया । कथाकर- विजय दान देथा । बघेली नाट्य लेखन एवं निर्देशन – सविता दहिया ।

प्रयास रंग समूह की सचिव ज्योति सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि हमारे महोत्सव में आखिरी दिन सम्प्रेषणा ग्रुप कटनी के नाटक “जादू का सूट” की प्रस्तुति होनी है ।
रीवा रंग महोत्सव की सभी प्रस्तुति दर्शकों हेतु निःशुल्क हैं । रीवा रंग महोत्सव में चतुर्थ दिवस मंच संचालन आरती तिवारी ने किया, साथ ही अपने कुशल संचालन से दर्शकों को सम्मोहित कर दिया । आयोजन में प्रयास रंग समूह के संगी-साथी प्रशान्त सिंह, शैलेन्द्र कुशवाहा, संयोजक अनीश शुक्ल,दीपेश्वर सिंह, विजयानन्द त्रिपाठी ,शालिवाहन सिंह, अविनाश सिंह, अमर द्विवेदी, आदि सतत सक्रिय दिखे ।

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