Rewa News: एक बार फिर आबकारी विभाग की काली करतूत उजागर।।
रीवा आबकारी विभाग ने थाना क्षेत्र के कथा गांव में आरोपी अर्जुन पटेल पिता रामकुमार पटेल के घर में छापामार कार्यवाही कर लगभग आधा किलो गांजा जब तक किए जाने की खबर आ रही है।
प्राप्त जानकारी अनुसार आबकारी विभाग के अधिकारियों ने अर्जुन पटेल और उसकी पत्नी को गांजा के साथ पकड़े जाने के बाद भी 10 अप्रैल की रात को ही छोड़ दिया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी अनुसार लगभग 50 हजार रुपए में मामले को मैनेज किया गया है।
वीडियो क्यों मना रहे हो बंद करो!
छापामार कार्यवाही के दौरान जब गांव के लड़के ने वीडियो बनाना चालू किया तो आबकारी विभाग के अधिकारियों ने पोल खुलने के डर से लड़के पर दबाव बनाना प्रारंभ कर दिया। वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे गांव के लड़के को आबकारी विभाग के साथ आए दारू ठेकेदार के गुंडों ने जबरन वीडियो बंद करवाने का प्रयास किया। आखिर सवाल यह था कि सब कुछ साफ सुथरा था तो फिर वीडियो क्यों बंद करवाया जा रहा था? वैसे भी पारदर्शिता के नाते वीडियो बनने से तो आबकारी विभाग को ही फायदा होता कि आखिर जो कार्यवाही उनके द्वारा की जा रही थी वह पारदर्शी है और उसमें कोई संदेह नहीं है। लेकिन जिस प्रकार आबकारी विभाग के द्वारा आए दिन छापेमारी की जाती है और मामलों को रफा-दफा कर दिया जाता है उसका एक जीता जागता नमूना इस वीडियो में देखा जा सकता है कि कैसे आबकारी विभाग का अधिकारी स्वयं बोल रहा है कि अब तो पोल खुल गई है अब तो इसने वीडियो बना लिया है, चलो इनको पकड़ कर ले चलो क्योंकि मामला अब सबके सामने आ गया है इसलिए इसको दबाया नहीं जा सकता।
क्या अपनी दारू बिकवाने के लिए शिकायत दारू ठेकेदारों ने की?
गौरतलब है कि अर्जुन पटेल निवासी ग्राम कैथा कई दशक से दारू और गांजे का व्यापार करता आ रहा है। जब भी गांव में किसी को पुड़िया की जरूरत पड़ती है तो वह अर्जुन पटेल के घर की तरफ रुख करते हैं। पुड़िया खरीदने वालों की माने तो पुड़िया बेचने का काम मात्र अर्जुन पटेल नहीं करता बल्कि उसकी पत्नी और बच्चे भी करते हैं। समय-समय पर आसपास के गांव वालों की कंप्लेन आती रहती है की अर्जुन पटेल गांव के लड़कों को बर्बाद कर रहा है। अर्जुन मात्र गांजे की पुड़िया ही नहीं भेजता महुआ दारू भी भेजता है और शायद यही बात दारू के लाइसेंसी ठेकेदारों को नागवार गुजर गई और उन्होंने दारू बेचने दबाव के चक्कर में आबकारी पुलिस को लेकर अर्जुन पटेल के घर में छापा मरवा दिया है। गांव वाले भी हैरान थे कि आखिर उनकी शिकायतों पर कार्यवाही तो कभी हुई नहीं फिर अचानक आबकारी विभाग दारू के ठेकेदार के गुंडों के साथ कैसे गांव में पहुंच गया। थाना गढ़ में खुलेआम दारू गांजा कोरेक्स की पैकारी करवाई जाती है और गांव-गांव इनकी सप्लाई करवाई जा रही है। यदि वास्तव में देखा जाए तो नई जनरेशन के कोई भी लड़के होसोहवास में नहीं रहते और मानसिक रूप से विक्षिप्त होते जा रहे हैं और इसके लिए यदि कोई सबसे अधिक जिम्मेदार है तो वह हैं पुलिस विभाग और नशे के यह व्यापारी।
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गौरतलब है कि ठेकेदारों के आदमी गांव-गांव बाइक और फोर व्हीलर में दारू लेकर घूमते रहते हैं। गढ़ लौरी से होते हुए इटहा और हिनौती की तरफ जाने वाली सड़क में रोज दो बाइक सवार बिना नंबर प्लेट की गाड़ी में चद्दर से ढकी हुई शराब सप्लाई करते हैं जिसकी पुलिस को जानकारी गांव वालों के द्वारा दी जाती है लेकिन पुलिस अनजान बनी हुई है।