
बॉम्बे हाईकोर्ट के जज ने खुली अदालत में दिया इस्तीफा ! कहा आत्मसम्मान से समझौता नहीं
बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर बेंच के जस्टिस रोहित बी देव ने शुक्रवार दोपहर 12 बजे कोर्ट की कार्यवाही के बीच इस्तीफा दे दिया। उस वक्त वे जस्टिस MW चंदवानी के साथ खंडपीठ का नेतृव्त कर रहे थे। इस घोषणा के बाद उनकी अदालत में सूचीबद्ध मामले टाल दिया गया।
हाल में नागपुर- मुंबई समृद्धि एक्सप्रेस वे पर अवैध खनन करने वाले कॉन्ट्रैक्टर पर कारोडो का जुरमाना लगाया गया था। महाराष्ट्र सरकार इसे रद्द करने के लिए प्रस्ताव लाई थी। जस्टिस देव ने पिछले हफ्ते इसे स्थगित कर दिया था। वही अक्टूबर 2022 में दिल्ली यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर जीएन साईबाबा को नक्सलियों से सबंधो के मामले में बरी कर दिया था। इसमें पता चला था की पुलिस ने उच्चाधिकारी से मंजूरी लिए बिना UPA लगा दिया। हालाँकि सरकार की अपील पर अप्रैल 2023 में सुप्रीम कोर्ट की दूसरी बेंच में सुनवाई के लिए भेज था। इसकी सुनवाई 10 अगस्त से होनी है।
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पत्रकारिता भी कर चुके है
जस्टिस देव असिस्टेंस सॉलिसिटर जेनेरल और महाराष्ट्र के अधिवक्ता जेनरल रह चुके है। उन्हें अप्रैल 2017 में नागपुर खंडपीठ में जज बनाया गया था। दिसंबर 2025 तक कार्यकाल था । नागपुर जिला कोर्ट में प्रैक्टिस शुरू की थी। छात्र जीवन में पत्रकारिता की। अख़बार में सब एडिटर भी रह चुके है, विदर्भ से जुड़े मुद्दों पर नितिन गडकरी और देवेंद्र फडणवीस इनसे सलाह लेते रहे है।