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धीरूभाई अंबानी: 17 साल का लड़का 500 रुपए लेकर मुंबई आया और खड़ी कर दी करोड़ों की कंपनी! जाने इस अरबपति के बारे में?

धीरूभाई अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज की स्थापना की, Reliance Industries दुनिया के कोने-कोने में प्रसिद्ध है और Reliance Industries का नाम हर कोई जानता है। लेकिन आप जानते हैं कि धीरूभाई अंबानी ने रिलायंस इंडस्ट्रीज को खड़ा करने के लिए कड़ी मेहनत की है और इस मुकाम तक पहुंचने के लिए अपना खून-पसीना बहाया है।

300 रुपए की नौकरी करते थे:

इन्होंने इतना तक पढ़ाई की और 17 साल की उम्र में केवल 500 रुपये लेकर मुंबई आ गए। हम आपको बता दें कि धीरूभाई अंबानी की शुरुआती सैलरी 300 रुपये थी और अपनी मेहनत से वह करोड़ों रुपये के मालिक बन गए। आज मुकेश अंबानी अपने पिता के नक्शेकदम पर चलते हुए व्यापार जगत के अप्रत्याशित बादशाह बन गए हैं।गुजराती एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखती हैं और उनका जन्म 28 दिसंबर 1938 को जूनागढ़ में हुआ था। 1 स्कूल शिक्षक के साथ उनकी घरेलू आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, इसलिए वे हाई स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद काम पर चले गए।

पेट्रोल पंप पर करते थे काम फिर खुद की पेट्रोल पंप:

महज 17 साल की उम्र में यानी 1949 में वे नौकरी पाने के लिए अपने भाई रामलाल के पास चले गए। उसे बाहुबली पेट्रोल पंप पर ₹300 प्रति माह के वेतन पर काम करना पड़ता है और उसकी मेहनत को देखकर उसे फिलिंग स्टेशन में मैनेजर बना दिया जाता है? वह हमेशा काम करने और बड़ा आदमी बनने का सपना देखता था। ₹500 लेकर मुंबई गया। वहां जाकर उन्होंने सबसे पहले बाजार के बारे में जानकारी लेनी शुरू की। बाजार को जानने के बाद उन्हें मसालों का आइडिया आया, जिसके बाद उन्होंने रिलायंस कॉमर्स की शुरुआत की, जो भारतीय मसालों को देश-विदेश में बेचती है। भारत में बेचना शुरू किया। के परिसर में वर्ष 2000 के दौरान वे देश के सबसे धनी व्यक्ति बने और 6 जुलाई 2002 को एक अंग गिरने के बाद उनका निधन हो गया। धीरूभाई अंबानी बहुत ही सादा जीवन जीते थे और दिखावे में कभी विश्वास नहीं करते थे।

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