रीवा संजय गांधी अस्पताल के डॉक्टर समान थाना क्षेत्र में रात्रि में चाय पीने आए हुए थे तभी चाय पीने के दौरान ही समान थाने के पुलिसकर्मी पुलिस के वाहन में आते हैं और दुकानदार से पानी का बोतल मांगते हैं पानी का बोतल मांगते ही पहुंचे पुलिस कर्मियों ने वहीं खड़े होकर चाय पी रहे संजय गांधी अस्पताल के डॉक्टर भानु प्रताप और उनके जूनियर को जोरदार तमाचा जड़ दिया जिसके बाद डॉक्टरों का जथ्था एकत्रित होकर आज रीवा एसपी कार्यालय में न्याय की गुहार लगाने पहुंचा है आइए आपको विस्तार से बताते हैं क्या था पूरा मामला
रीवा संजय गांधी अस्पताल मेडिकल कॉलेज में पदस्थ डॉक्टर भानु प्रताप अपने जूनियर स्टाफ के साथ एसपी कार्यालय में आकर रीवा पुलिस कप्तान को लिखित शिकायत देते हुए मीडिया के माध्यम से जानकारी देते हुए बताएं कि हम लोग संजय गांधी अस्पताल में बीती रात्रि 1:30 बजे के आसपास अपनी ड्यूटी करने के बाद खाना खाकर चाय पीने आए हुए थे जैसे हम लोग चाय पी रहे थे तभी समान थाने की गाड़ी आती है सामान थाने की गाड़ी से पुलिसकर्मी उतरते हैं जिसमें से महिला पुलिसकर्मी और कांस्टेबल रहते हैं वहीं कांस्टेबल ने चाय पी रहे डॉक्टर भानु प्रताप और पाटीदार को जोरदार थप्पड़ जड़ दिए हालांकि डॉक्टरों को यह पुलिस कर्मी का थप्पड़ नागवार गुजरा है क्योंकि डॉक्टर मरीज का उपचार करते-करते वैसे भी फास्टेड हो जाता है उसके बाद फिर वह रिलैक्स होने के लिए चाय पीता है और इसी दौरान पुलिस कर्मि जोरदार तमाचा लगा दे तो फिर डॉक्टर का मनोबल डाउन होना लाजमी है डॉक्टर ने मांग की है कि ऐसी घटना दोबारा ना घटे और दोषी पुलिस कर्मियों के विरुद्ध कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए ।
डॉक्टर को दिया गया भगवान का दर्जा
धरती में डॉक्टरों को भगवान का दर्जा दिया जाता है क्योंकि भगवान के बाद नीचे धरती के भगवान डॉक्टर कहे जाते हैं जो मरीज का उपचार कर उनकी जान बचाते हैं और उन्ही डॉक्टरों को चाय पीने के बदले में इतनी बड़ी सजा मिलेगी शायद उन्हें यह पता नहीं था ।
इस मारपीट की घटना के बाद रीवा के संजय गांधी अस्पताल के डॉक्टरो में काफी आक्रोश देखा गया है हालांकि डॉक्टरों की मुलाकात रीवा एसपी से नहीं हो पाई है उन्होंने लिखित शिकायत दे दी है और उन्होंने इसमें कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की है । डॉक्टर ने बताया कि पुलिस चाय की दुकान रात में खुला के रखती है अगर दुकान बंद करवा दे तो कोई नहीं जाएगा हम लोग न नशा करते हैं ना कोरेक्स पीते हैं अपराधियों को पकड़ने के बजाय पुलिस डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार करती है।