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Rewa News: भोज परीक्षा के मानदेय वितरण मे फर्जी हस्ताक्षर कर राशि गबन करने का है मामला
Rewa News: शिक्षा महाविद्यालय रीवा मे सन 2016 से 2019 तक की भोज परीक्षा की B.Ed , M.Ed कक्षाओं के संपर्क कार्यक्रम में फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रुपए गबन करने के मामले में महाविद्यालय के आरोपी प्राध्यापक पर कानूनी शिकंजा कस सकता हैं। शिकायत कर्ता मामले को पुलिस मे सौंपने की तैयारी में हैं। यदि मामला पुलिस तक पहुँचा तो डीईओ कार्यालय मे हुए अनुदान घोटाले की तर्ज़ पर पुलिस धारा 420 के तह्त प्रकरण दर्ज कर आरोपी प्राध्यापक की गिरफ्तारी कर सकती है।
Rewa News: एक बार फिर आबकारी विभाग की काली करतूत उजागर।।
गौरतलब है कि समाजसेवी अधिवक्ता उमाकांत विश्वकर्मा द्वारका सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत माँगी गई जानकारी मे उक्त खुलासा सामने आया था। जिसमें शिक्षा महाविद्यालय मे पदस्थ भोज प्रभारी प्राध्यापक डॉ.पंकज नाथ मिश्रा ने रिटायर्ड प्राध्यापकों, भृत्यों एवं प्रशिक्षणार्थियों के फर्जी हस्ताक्षर कर लाखों रुपए हजम कर लिए थे ।
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भृत्यों तक को नहीं छोड़ा
भोज प्रभारी रहे प्राध्यापक ने लाखों का घोटाला किया है। उसने प्राचार्यों की आँख में धूल झोंक कर महाविद्यालय मे पदस्थ अल्प वेतन भोगी,चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को भी नहीं छोड़ा। लाखों रुपये वेतन पाने वाले भोज प्रभारी प्राध्यापक ने महाविद्यालय के भृत्य रामलाल वर्मा और श्याम लाल वर्मा का हक भी डकार लिया। महाविद्यालय के अल्प वेतन भोगी भृत्य रामलाल वर्मा के मानदेय फर्जी हस्ताक्षर कर स्वयं हड़प लिए।उन्होंने तत्कालीन प्राचार्य की आँख में धूल झोंककर मनमानी की सारी हदें पार कर दी। भृत्य रामलाल वर्मा के तीन बिलों मे तीनों मे अलग हैंड रायटिंग से अलग अलग हस्ताक्षर कर राशि का गबन किया गया है। इतना ही नहीं भृत्य श्याम लाल के भी फर्जी हस्ताक्षर कर उसकी राशि आहरित कर ली।तो कवि कुमार भृत्य पोखरी टोला के नाम से भी फर्जी भुगतान कर राशि का गबन किया गया है।
शिकायत कर्ता ने पीजीबीटी के भोज प्रभारी प्राध्यापक के कारनामों की विस्तृत शिकायत पुलिस अधीक्षक से करने की तैयारी कर ली है। जिसके बाद शिक्षा विभाग मे हुये घोटाले पर पुलिस शीघ्र ही प्रकरण दर्ज कर बड़ी कार्यवाही कर सकती है।