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रीवा जिले भर में कुकुरमुत्ते की तरह फैला झोलाछाप डॉक्टरों का गिरोह अपनी डिग्री का पूरा नाम नही पता करते हैं इलाज

कहते हैं डॉक्टर भगवन का दूसरा रूप होते हैं अभी हालही में त्योंथर तहसील अंतर्गत ग्राम चौरा में एक घटना होती है जिसमें झोलाछाप डॉक्टरों ने इलाज के नाम पर एक के बाद एक कई ग्लूकोज की बॉटलें लगा दी।

खबर मध्य प्रदेश के रीवा जिले से है जहाँ जिलेभर में कुकुरमुत्ते की तरह झोलाछाप डॉक्टरों का जाल फैला हुआ है इन डॉक्टरों के द्वारा समस्त रोगों का इलाज कर रहे हैं यह बिना डिग्री व बैध लाइसेंस के ही अपनी अपनी अस्पताल चला रहे हैं और भोली भाली जनता की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं इन झोलाछाप डॉक्टरों पर कोई कड़ी कार्यवाही नहीं होती है जिले भर में कई ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं जिसमे इनके इलाज के दौरान मरीज की जान चली गई है।

ऐसे ही एक ऐसे डॉक्टर के बारे में हम आप को बता रहे हैं जो अपनी डिग्री का नाम नहीं बता रहा है तो भला मरीजों का इलाज कैसे करते होंगे हम वीडियो के माध्यम आप को दिखा रहे हैं की ऐसे डॉक्टरों के कारण ही यह घटनाएं घट रही है। वीडियो में दिख रहा ये शख्स तथाकथित डॉक्टर है यह डॉक्टर गढ़ थाना अंतर्गत ग्राम लौरी में अपनी सेवाएं दे रहा है ऐसे ही जिले भर में झोलाछाप डॉक्टर मिल जायेंगे आयेदिन लोगों की गलत उपचार होने से मृत्यु हो रही है मगर जिले का स्वास्थ्य विभाग मूक दर्शक बना सब देखता रहता है जब घटनाएं घाट जाती हैं तब खानापूर्ति करने के लिए एक दो कार्यवाही की जाती है उसके बाद सब उसी तरह सामान्य हो जाता है।

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हलाकि 15 जुलाई 2024 को लोक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा एक आदेश जारी किया गया है जारी आदेश में निर्देशित किया गया है कि अपात्र व्यक्तियों द्वारा फर्जी चिकित्सीय डिग्री सर्टिफिकेट का प्रयोग कर झोलाछाप चिकित्सकों के रूप में अमानक चिकित्सा पद्धतियों के उपयोग से रोगियों का उपचार किया जा रहा है जिसमें कलेक्टर और स्वास्थ्य अधिकारी को आदेशित किया है कि ऐसे झोलाछाप चिकित्सकों को चिन्हित कर तत्काल बंद कराएं। लेकिन अब देखना यह दिलचस्प होगा कि इन झोलाछाप चिकित्सकों पर क्या कार्यवाही होती है।

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वहीँ जब इस मामले में प्रदेश के उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल से बात की गई तो उनका कहना है की हमें मीटिंग में आदेशित किया है कि जल्द से जल्द इन चिकित्सकों की जांच कर तत्काल बंद कराएं जिले में एक भी ऐसे चिकित्सक मिलने नहीं चाहिए।
वहीँ जब cmho रीवा से बात की गई तो उनके द्वारा बताया गया कि मै स्वयं इसकी जांच कर रहा हूँ बहुत जल्द झोलाछाप चिकिसकों की पूर्ण रूप से प्रतिबंधित कर दिया जायेगा जो कि फर्जी तरीके से ये अस्पताल संचालित नहीं कर पाएंगे।

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वही संभागीय स्वास्थ्य अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना है की सभी cmho को आदेश आने के बाद आदेशित कर दिया गया है की ऐसे झोलाछाप चिकित्सकों की जाँच कर प्रतिबेदन तत्काल प्रस्तुत करें एवं इन पर कड़ी कार्यवाही करें जिससे भविष्य में पुनः ये ऐसे कृत्य नहीं कर सकें। अगर आप के आस पास भी इस तरह के झोलाछाप डॉक्टर कार्य कर रहे हैं तो हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट कर के जरूर बताएं

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