रमजान के महीने में मुसलमान रोजा रखते हैं। इस साल रमजान का महीना शुरू हो गया है। यह त्योहार हर साल चांद को आधार बनाकर मनाया जाता है। यह उपवास करीब एक महीने तक चला। यह त्योहार कुछ नियमों और रीति-रिवाजों का पालन करते हुए मनाया जाता है।
मुसलमान पूरे दिन इफ्तार के साथ रोजा रखकर अपना रोजा खोलते हैं। मूल रूप से वे शर्बत से अपना व्रत तोड़ती हैं। गर्मी में गला सूख जाता है। तो रमजान के इस महीने में सबसे लोकप्रिय है ‘रमजान-ए-शरबत’। शरबत पान चाल इफ्तार के दौरान सबसे पहली ड्रिंक होती है। तरबूज के स्लाइस, बर्फ और दूध को अच्छी तरह मिलाया जाता है। यह मोहक पेय गुलाब की खुशबू के साथ है।
रमजान-ए-शरबत रेस्टोरेंट या भोजनालयों में मिल जाता है, लेकिन आप चाहें तो इस ड्रिंक को घर पर भी पी सकते हैं। कैसे बनाएं, इतना सोच रहे हैं? यहाँ नुस्खा है।
सामग्री
1- तरबूज के कुछ टुकड़े
2- गुलाब का शरबत
3- चीनी पाउडर
4- ठंडा दूध
5- बर्फ़ के छोटे टुकड़े
6- इलायची पाउडर
7- सूखी गुलाब की पंखुड़ियाँ।
तरीका
1- सबसे पहले एक बड़े बाउल में दो कप ठंडा दूध डालें।
2- फिर पिसी हुई चीनी और गुलाब का शरबत डालें। इलायची पाउडर भी डाल दीजिए.
3- एक ब्लेंडर में सामग्री को एक साथ ब्लेंड करें।
4- मिश्रण में तरबूज के टुकड़े डालें।
5- कुछ बर्फ के टुकड़े भी डाल दें।
6- गिलास में डालें और ऊपर से सूखी गुलाब की पंखुड़ियां डालकर परोसें।
गंधराज घोल
यह शरबत बंगालियों को बहुत प्रिय होता है। यदि आप चैत्र की दोपहर की धूप से थक कर घर लौटकर इस पेय को पी लें तो क्या बात है! जैसे भारत के अन्य राज्यों में लस्सी, साँचा या छाछ लोकप्रिय हैं, वैसे ही बंगाली पसंदीदा गंधराज घोल भी है। गंधराज नींबू की महक शरीर से सारी थकान दूर कर देती है।
सामग्री
खट्टा दही
ठंडा पानी
लोहबान नींबू और नींबू के पत्ते
चीनी
थोड़ा सा नमक
प्रक्रिया
ठंडे पानी, दही, चीनी, नमक के साथ बहुत अच्छी तरह ब्लेंड करें।
आखिर में ऊपर से नींबू का रस फैलाएं।
सामग्री को अच्छी तरह मिलाएं और ऊपर से नींबू के टुकड़े से गार्निश करके फ्रिज में रख दें।